Gazal Bachpan in hindi by RAHBAR GAYAVI
Noorjahan Express
March 31, 2020
1 ग़ज़ल मेरा बचपन कमाल में गुज़रा यानी हुस्न ओ जमाल में गुज़रा जब गरज थी तो रोज़ मिलते...
आबरू उछाली गई अदालत में बुला के अपने हैं दर किनार किया हमने भुला के आंखों में बसे रहते थे हम जिसके रात दिन नजरें ही उसने फेर लिया नजरें मिल...