नजम मेरा बच्पन और नानी का घर हिन्दी शायर मासूम अहमद बरकाती
Noorjahan Express
April 16, 2020
मेरा बच्पन और नानी का घर 🌹इजाज़त मिले तो सुनाऊं फ़साना वह बचपन 👭की यादैं व गुज़रा ज़माना 🌷कभी हम भी थे एक छोटे से🕴बच्चे हुवा करते...
आबरू उछाली गई अदालत में बुला के अपने हैं दर किनार किया हमने भुला के आंखों में बसे रहते थे हम जिसके रात दिन नजरें ही उसने फेर लिया नजरें मिल...